डॉलर के मुकाबले रुपये में गुरुवार को कमजोरी देखने को मिली है।
पिछले कुछ कारोबारी सत्रों से डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार मजबूती देखी जा रही थी। ऐसा अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भावों में नरमी की वजह से हो रहा था। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी कर दी है, जिसकी वजह से डॉलर में मजबूती आयी है। गुरुवार को रुपया 28 पैसे की गिरावट के साथ 70.68 के स्तर पर खुला।
बुधवार को शुरुआती कारोबार में रुपये में बड़ी तेजी देखी गयी थी। हालांकि, कारोबार के अंत में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले यह 4 पैसे की तेजी के साथ 70.40 पर बंद हुआ था।
घरेलू मोर्चे की बात करें तो, आरबीआई के इस महीने 10,000 करोड़ रुपये की जगह 50,000 करोड़ रुपये सिस्टम में डालने के निर्णय से बुधवार को रुपये को सहारा मिला था। इससे पहले भी आरबीआई ने दो बार ओपन मार्केट ऑपरेशन (ओएमओ) के जरिए 20,000 करोड़ रुपये बाजार में डाल चुका है।
फेड ने बुधवार को ब्याज दरों में 0.25% की बढ़ोतरी की है और अगले साल भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी के संकेत भी दिये हैं। इस साल चौथी बार ब्याज दरों में वृद्धि की उम्मीद पहले से की जा रही थी। (शेयर मंथन, 20 दिसंबर 2018)