कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट होने की संभावना है।
विश्व स्तर पर व्यापारिक तनाव के बरकरार रहने से वैश्विक धीमेपन की आशंका बढ़ने के कारण तेल की कीमतों में शुक्रवार को 3% की गिरावट के बाद आज फिर से 1% की गिरावट देखी जा रही है। चीन के साथ तनाव बरकरार रहने के साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा मेक्सिको पर टैरिफ लगाये जाने के झटके से वैश्विक धीमेपन की आशंका बढ़ने के कारण तेल की कीमतो पर दबाव पड़ा है।
कच्चे तेल की कीमतों के 3,800 रुपये पर रुकावट के साथ 3,650 रुपये के स्तर पर पहुँच जाने की संभावना है। अमेरिकी तेल रिगों की संख्या में चार हफ्तें में पहली बार पिछले हफ्ते बढ़त दर्ज की गयी है।
ईआईए के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल का उत्पादन रिकॉर्ड 1.23 करोड़ बैरल के स्तर पर पहुँच गया है। ईआईए के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल का भंडार इस वर्ष के प्रारंभ से 8.4% बढ़ कर 47.65 करोड़ बैरल हो गया है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में नरमी रह सकती है। कीमतों को 176 रुपये पर बाधा रहने की संभावना है और कीमतें 170 रुपये तक गिरावट दर्ज कर सकती हैं। (शेयर मंथन, 03 जून 2019)
कच्चे तेल की कीमतों के 3,800 रुपये पर रुकावट के साथ 3,650 रुपये के स्तर पर पहुँच जाने की संभावना है। अमेरिकी तेल रिगों की संख्या में चार हफ्तें में पहली बार पिछले हफ्ते बढ़त दर्ज की गयी है।
ईआईए के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल का उत्पादन रिकॉर्ड 1.23 करोड़ बैरल के स्तर पर पहुँच गया है। ईआईए के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल का भंडार इस वर्ष के प्रारंभ से 8.4% बढ़ कर 47.65 करोड़ बैरल हो गया है।
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