बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे रहने की संभावना है।
चीन के तांबा स्मेल्टरों द्वारा 2019 में अपनी क्षमता में लगभग 10 लाख टन की बढ़ोतरी किये जाने की संभावना है, जिससे कॉन्सेन्ट्रेट की प्रोसेसिंग करने वाले स्पॉट ट्रीटमेंट शुल्क कम हो गया है। पिछले गुरुवार को स्पॉट ट्रीटमेंट शुल्क लगभग 60 डॉलर प्रति टन तक कम हो गया है, जो नवंबर 2012 के बाद सबसे कम है और दो वर्ष पहले के उच्च स्तर 96 डॉलर प्रति टन से 30% कम है।
तांबे की कीमतों में नरमी बरकरार रह सकती है और कीमते 402 रुपये तक लुढ़क सकती हैं। चीन के कमजोर फैक्ट्री आँकड़ों के बाद शंघाई में तांबे की कीमतो में दो वर्षो के निचले स्तर पर गिरावट दर्ज की गयी है।
जिंक की कीमतों के 207 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 204 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। चीन में लौह अयस्क की कीमतों में गिरावट हुई है, जो छोटी अवधि में स्टील की कम माँग की ओर संकेत करता है।
लेड की कीमतों के 153 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 148 के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। निकल की कीमतों के 870-890 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। एल्युमीनियम (जून) की कीमतों के 147 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 142 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। (शेयर मंथन, 03 जून 2019)