बेस मेटल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतें 525 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 535 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
आज शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है और एलएमई में भी कीमतों में मिलाजुला रुझान रहा जबकि निवेशकों की निगाहें 15-16 को अमेरिकी केंद्रीय बैंक की दो दिवसीय नीति बैठक पर टिकी हुई है। एलएमई की निगरानी वाले गोदामों में तांबे का स्टॉक 2005 के बाद से अपने सबसे कम स्तर 74,875 टन पर आ गया हैं जबकि चीन की ओर से माँग ने कमोडिटी की कीमतों को तेजी प्रदान किया है। चीन में अधिक माँग को लेकर विश्वास के कारण चीनी बैंकों द्वारा अगस्त में उम्मीद से अधिक नये ऋण प्रदान किया गया है। लेकिन अमेरिका-चीन और चीन-भारत के बीच तनाव बढ़ने से निवेशकों में चिंता बढ़ गयी है, जिससे तांबे की कीमतों पर दबाव है। कम अवधि में तांबे की कीमतों में उतार-चढ़ाव की संभावना है। जिंक की कीमतें 189 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 194 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। लेड की कीमतें 147 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 151 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। निकल की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतों को 1,098 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,137 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है।
एल्युमीनियम की कीमतें 144 रुपये के पास सहारा के साथ 148 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। भारत घरेलू उत्पादकों की रक्षा के लिए चीन और अन्य एशियाई देशों से आयात को रोकने के लिए नीतियों को विकसित करते हुये एल्युमीनियम आयात की निगरानी बढ़ाने की योजना बना रहा है। (शेयर मंथन, 15 सितंबर 2020)