कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है। कीमतों के 7,240-7,620 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
तेल की कीमतें पिछले सत्र में 5% से अधिक लुढ़ककर तीन सप्ताह के निचले स्तर पर पहुँचने के बाद आज रिकवरी कर रही है। उपभोग करने वाले देशों ने रूस से हुई आपूर्ति में कमी की भरपायी करने के लिए आपातकालीन भंडार से तेल जारी करने की घोषणा की। अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के सदस्य देशों ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद कम आपूर्ति के कारण कीमतों में हुई बढ़ोतरी को कम करने में मदद करने के लिए पिछले हफ्ते संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा घोषित 180 मिलियन बैरल तेल जारी करने के बाद 60 मिलियन बैरल जारी करने पर सहमति व्यक्त की। अतिरिक्त आपूर्ति बाजार के लिए निकट अवधि के कीमतों में तेजी के जोखिम को कम करती है और संभवतः निकट अवधि में रिफाइनरी में कटौती की आवश्यकता से बचाती है। तेहरान के परमाणु कार्यक्रम पर 2015 के समझौते को पुनर्जीवित करने को लेकर ईरान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच रुकी हुई अप्रत्यक्ष वार्ता के कारण ईरानी तेल पर प्रतिबंधें को हटाए जाने की संभावना में फिर से देरी कर दिया है। वार्ताकारों का कहना है कि शेष मुद्दों को दूर करने के लिए तेहरान और वाशिंगटन में राजनीतिक निर्णयों की आवश्यकता है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है लेकिन उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली हो सकती है और कीमतों को 458 रुपये के स्तर पर सहारा और 480 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। (शेयर मंथन, 07 अप्रैल 2022)