भारतीय शेयर बाजार अभी सकारात्मक नजर आ रहा है।
मेरा कहना है कि घरेलू बाजार की नजर अब तिमाही नतीजों और महँगाई दर के आँकड़ों पर लग गयी है। खास तौर से बैंक और कैपिटल गुड्स क्षेत्र के नतीजे कैसे रहते हैं? इसमें कुछ सुधार देखने को मिलता है या नहीं। नतीजों के दौरान घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है। मुझे महँगाई दर के आँकड़ों में कमी आने की उम्मीद दिख रही है। घरेलू बाजार को नतीजों से ज्यादा खतरा दिख रहा है। अगर घरेलू बाजार में सब कुछ ठीक रहता है, तो जनवरी के अंत तक निफ्टी नयी ऊँचाईयों को पार कर सकता है और इस दौरान वह 6450-6500 के बीच तक जा सकता है।
क्षेत्रों के लिहाज से बैंक, धातु और तेल-गैस ठीक लग रहें हैं। अगर खास शेयरों की बात करें, तो 1 महीने की अवधि के लिए अशोक लेलैंड के शेयर को 17 रुपये के भाव पर खरीदें। इसका लक्ष्य 20 रुपये का है। निवेशक मध्यम और लंबी अवधि के लिहाज से रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के शेयरों में निवेश कर सकते हैं। (इनमें विश्लेषक या उनके ग्राहकों के हित जुड़े हो सकते हैं।) नीरज दीवान, निदेशक, क्वांटम सिक्योरिटीज (Neeraj Dewan, Director, Quantum Securities)
(शेयर मंथन, 27 दिसंबर 2013)
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