ब्रोकिंग फर्म ओम कैपिटल ने हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स (Hindustan Aeronautics) के आईपीओ में आवेदन करने की सलाह दी है।
यह इश्यू आज खुला है और 20 मार्च को बंद होगा। 4,229.33 करोड़ रुपये के इस आईपओ में 3,41,07,525 शेयर जारी किये जायेंगे, जिसमें 6,68,775 शेयर कर्मियों के लिए आरक्षित रहेंगे। हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स के आईपीओ में 1,215-1,240 रुपये का प्राइस बैंड रखा गया है, जिसमें बिड लॉट (न्यूनतम) 12 शेयरों की है।
बेंगलुरु में स्थित 1963 में शुरू की गयी सरकारी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स में निवेश के लिए ओम कैपिटल ने तर्क दिया है कि जून 2007 से यह नवरत्न कंपनियों में से एक है। रक्षा क्षेत्र में भारत की सबसे बड़ी सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स एयरोस्पेस (विमान निर्माण तकनीक) कंपनी है। हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स रक्षा विमान, हेलीकॉप्टर आदि का निर्माण, मरम्मत और आपूर्ति करती है।
ब्रोकिंग फर्म ने अपनी रिपोर्ट में जिक्र किया है कि इसके देश भर में 20 उत्पादन और 11 रिसर्च केंद्र हैं। कंपनी ने भारतीय रक्षा सेवा से अप्रैल-सितंबर 2017 में अपनी कुल आमदनी का 91.4%, वित्त वर्ष 2016-17 में 93.3%, 2015-16 में 94.2% और 2014-15 में 92.6% हिस्सा प्राप्त किया। वहीं पिछले वित्त वर्ष में इसने अपने उत्पादों को 13 से अधिक देशों में पहुँचाया।
ओम कैपिटल ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स की आमदनी 8.9% सीएजीआर से बढ़ कर 15,648 करोड़ रुपये के मुकाबले 18,554.9 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 994.10 करोड़ रुपये से 62% सीएजीआर की वृद्धि से 2,624.7 करोड़ रुपये हो गया। 31 दिसंबर 2017 को कंपनी के पास 68,461 करोड़ रुपये के ठेके थे। दूसरी ओर सरकार के मेक इन इंडिया कार्यक्रम से रक्षा क्षेत्र में नये अवसर बनेंगे, जिससे कंपनी को भी फायदा होने की संभावना है। (शेयर मंथन, 16 मार्च 2018)
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