ब्रोकिंग फर्म आईसीआईसीआई डायरेक्ट (ICICI Direct) ने 26 जून से खुल रहे वैरॉक इंजीनियरिंग (Varroc Engineering) के आईपीओ (IPO) में आवेदन करने की सलाह दी है।
वैरॉक इंजीनियरिंग का आईपीओ इश्यू 28 जून को बंद होगा, जिसमें 965-967 रुपये का प्राइस बैंड रखा गया है। आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने इस इश्यू में आवेदन के लिए तर्कों में कहा है कि 1988 में शुरू हुई वैरॉक इंजीनियरिंग दूसरी सबसे बड़ी वाहन पुर्जों की निर्माता कंपनी है। इसके दो व्यापार खंड हैं। पहला वैरॉक लाइटिंग सिस्टम (वीएलएस) जो कि पीवी ओईएम (मूल उपकरण निर्माता) को सेवाएँ देने में वैश्विक बाहरिक वाहन लाइटिंग के मामले में छठी सबसे बड़ी कंपनी है। दूसरा वैरॉक इंडिया, जिसके तीन विभाग हैं, पॉलिमर, विद्युत और धातु। विश्व भर में 36 उत्पादन केंद्रों के साथ ही कंपनी के पास इन-हाउस अनुसंधान और विकास (आरऐंडडी) क्षमता भी है। अपने उपभोक्ताओं के साथ शानदार संबंध बनाये रखने के साथ ही कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में कार्बनिक और गैर-कार्बनिक मार्ग के माध्यम से काफी विकास किया है। वित्त वर्ष 2013-18 के दौरान इसकी आमदनी ने 19.5% का सीएजीएर दर्ज किया, जबकि मार्जिन 2012-13 में 6% से बढ़ कर 2017-18 में 8.5% हो गया।
वैरॉक इंजीनियरिंग को 2017-18 में कुल आमदनी में से 42% यूरोप, 35% भारत, 22% उत्तर अमेरिका और 1% शेष विश्व से प्राप्त हुई, जो इसकी विविधता को दर्शाता है। वहीं इसके पहले ओइएम साझेदार बजाज ऑटो से कंपनी को 19% आमदनी प्राप्त हुई। कंपनी ने वैश्विक लाइटिंग कारोबार के लिए उच्च विकास बाजारों पर ध्यान केंद्रित करने, भारत में प्रति वाहन सामग्री बढ़ाने, आरऐंडडी और भविष्य के रुझानों में निवेश, गैर-कार्बनिक विकास विस्तार और परिचालन दक्षता पर ध्यान केंद्रित करने के जरिये अपनी ग्रोथ को बरकरार रखने की योजना बनायी है।
अपनी साथी कंपनियों की तुलना में वित्त वर्ष 2017-18 में वैरॉन इंजीयनिरिंग की प्रति शेयर आय 29x पर कम आँकी गयी है। इस आधार पर दीर्घकालिक परिप्रेक्ष्य में ब्रोकिंग फर्म ने इश्यू में आवेदन की सलाह दी है। (शेयर मंथन, 23 जून 2018)
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