नकदी की आसानी से उपलब्धता और सरकार की ओर से लगातार किये जा रहे सुधारों की वजह से भारतीय शेयर बाजार में आगे भी तेजी कायम रहने की उम्मीद है।
सभी की निगाहें 2015 के बजट पर लगी हुई हैं, जिससे सरकार के सुधार के एजेंडा को दिशा मिलने की उम्मीद है। मेरा मानना है कि अगले कारोबारी साल की पहली छमाही में निफ्टी 9,000 के स्तर को छू लेगा। हालाँकि वैश्विक अर्थव्यवस्था में अगर कोई बड़ी उथल-पुथल आयी तो वह भारतीय शेयर बाजार का खेल बिगाड़ सकती है। ऐसी उथल-पुथल भारत और अन्य उभरते बाजारों में चल रही मौजूदा तेजी को पटरी से उतार सकती है। कुणाल सरावगी, सीईओ, इक्विटी रश (Kunal Saraogi, CEO, Equity Rush)
(शेयर मंथन, 06 जनवरी 2015)