सुब्रमण्यम पशुपति, मैनेजिंग पार्टनर, द कैपिटल सिंडिकेट
सबसे बुरा दौर बीत चुका है और निफ्टी के 7,500 के स्तर पर सभी नकारात्मक बातें भाव में शामिल हो चुकी हैं। अभी इस बात पर नजर रहेगी कि सरकार दीवालिया कानून, रियल एस्टेट और इन सबसे ऊपर जीएसटी विधेयक पारित करा पाती है या नहीं।
संसद में गतिरोध ही अभी मुख्य चिंता है। अगर 2016-17 की दूसरी छमाही में जीएसटी लागू हो जाता है तो सभी पूर्वानुमान बदल जायेंगे क्योंकि आय और मुनाफे में बदलाव होगा और हमें नये सिरे से आकलन करना होगा। साथ ही 2016-17 के बजट में सुधारों की गति पर नजर रहेगी। (शेयर मंथन, 08 जनवरी 2016)