केंद्र सरकार ने सत्यम के नये बोर्ड का ऐलान कर दिया है। केवल 3 सदस्यों वाले इस बोर्ड में दीपक पारिख, किरण कर्णिक और सी अच्युतन को शामिल किया गया है। कॉर्पोरेट कार्य मंत्री प्रेमचंद गुप्ता ने आज इस फैसले की जानकारी देने के साथ ही यह भी संकेत दिया कि इस नये बोर्ड की बैठक अगले 24 घंटों के अंदर हो सकती है। इस बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता कौन करेगा, इस बात को सरकार ने इस बोर्ड के सदस्यों पर ही छोड़ दिया है।
सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज के पूर्व चेयरमैन बी रामलिंगा राजू और उनके भाई राम राजू को अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया है। राजू भाइयों ने शुक्रवार को आंध्र प्रदेश की सीआईडी के सामने आत्मसमर्पण किया था। आज सीआईडी ने उन्हें सिकंदराबाद में छठे चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के निवास पर उनके सामने पेश किया।
सत्यम के पूर्व चेयरमैन बी रामलिंग राजू ने शुक्रवार 9 जनवरी की रात आंध्र प्रदेश की सीआईडी के डीजीपी कार्यालय आकर आत्मसमर्पण कर दिया। सीआईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। उनके साथ ही उनके छोटे भाई और सत्यम के पूर्व प्रबंध निदेशक बी राम राजू को भी गिरफ्तार किया गया है। सीआईडी ने रामलिंग राजू के उस पत्र के आधार पर एक मामला दर्ज कर लिया है, जिसमें उन्होंने सत्यम के चेयरमैन पद से इस्तीफा देते हुए कंपनी के बही-खातों में सालों से की जा रही गड़बड़ियों को स्वीकार किया था। इस पत्र में दिये गये आँकड़ों के आधार पर माना जा रहा है कि सत्यम का यह घोटाला करीब 7,000 करोड़ रुपये का है।
सरकार ने सत्यम कंप्यूटर के मौजूदा निदेशक बोर्ड को भंग करने का फैसला किया है। कंपनी मामलों के मंत्री प्रेमचंद गुप्ता ने ऐलान किया है कि खुद सरकार सत्यम के बोर्ड में 10 सदस्यों को मनोनीत करेगी। बोर्ड के इन नये सदस्यों की बैठक अगले 7 दिनों के भीतर होगी।