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कारोबारी हफ्ते के पहले दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक हल्की गिरावट के साथ बंद हुए।
नवंबर 2014 में महँगाई (Inflation) दर में लगातार छठे महीने गिरावट आयी है। ईंधन कीमतों में गिरावट की वजह से महँगाई दर 0% रही है। अक्टूबर 2014 में महँगाई दर 1.77% रही थी, जबकि नवंबर 2013 में यह दर 7.52% थी।
निफ्टी (Nifty) 8,200 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे खुला लेकिन जल्द ही इस स्तर से ऊपर पहुँचने में कामयाब रहा।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 31 अंक यानी 0.11% की कमजोरी के साथ 27,320 पर रहा। निफ्टी 4 अंक यानी 0.05% की मामूली कमजोरी के साथ 8,220 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 0.47% की कमजोरी रही। बीएसई के स्मॉलकैप (Smallcap) में 0.64% और बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 0.46% की कमजोरी रही। क्षेत्रों के लिहाज से रियल्टी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
कमजोर एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। निफ्टी 8,200 के स्तर से नीचे खुला। शुरुआती कारोबार में बाजार में गिरावट बढ़ी। इस दौरान सेंसेक्स 27,105 और निफ्टी 8,152 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि, निफ्टी जल्द ही 8,200 के स्तर से ऊपर लौट आया। कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा, लेकिन इसके बाद बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। मजबूत यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार में लाल निशान के ऊपर-नीचे एक सीमित दायरे में कारोबार जारी रहा। हालाँकि दोपहर के कारोबार में सेंसेक्स 27,392 और निफ्टी 8,242 दिनके ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये, लेकिन जल्द ही बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसला। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार पर दबाव बढ़ा। आखिरकार, सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से रियल्टी को सबसे ज्यादा 2.07% का घाटा हुआ। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 2.02%, आईटी में 1.94%, टीईसीके में 1.46%, एफएमसीजी में 0.97%, कैपिटल गुड्स में 0.88%, पावर में 0.55%, तेल-गैस में 0.49%, हेल्थकेयर में 0.39% और ऑटो में 0.38% की गिरावट है। धातु में 0.16% की कमजोरी है। दूसरी ओर, बैंकिंग में 0.35% की बढ़त है। (शेयर मंथन, 15 दिसंबर 2014)
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