एसएमसी ग्लोबल ने इंडियाबुल्स हाइउसिंग फाइनेंस के शेयर के लिए 8-10 महीने की अवधि में 909 रुपये का लक्ष्य भाव दिया है। यह लक्ष्य भाव कंपनी के शेयर के मौजूदा भाव से 26% ज्यादा है।
इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंल एक आवासीय वित्त प्रदान करने वाली कंपनी है जो आवास परियोजानाओं के लिए घर में सुधार के लिए आवासीय संपत्तियों के खिलाफ ऋण के रूप में और वाणिज्यिक वाहन ऋण, छोटे व्यवसायों के लिए अन्य ऋण, और कॉर्पोरेट ऋण प्रदान करती है। कंपनी की शुल्य से होने वाली आय 35% बढ़ कर 522.7 करोड़ रुपयो हो गयी है। कंपनी ने क्रेडिट प्रोटेक्ट प्लस से साझेदारी के साथ ही एचडीएफसी लाइफ के साथ भी अपने रिटेल लाइफ, हेल्थ और पेंशन उत्पादों के वितरण के लिए साझेदारी की है। कंपनी ने मजबूत विकास की गति को बनाए रखा है और मजबूत परिसंपत्ति गुणवत्ता, बेहतर मार्जिन और मजबूत ऋण विकास को भी बनाये रखा है। कंपनी की शुद्ध ब्याज आय वित्त वर्ष 2015-16 की आखिरी तिमाही में 22% बढ़ कर 1,116 करोड़ हो गयी है। हालाँकि सकल एनपीए औसत मार्च 2015 के अंत में 0.85% के मुकाबले मार्च 2016 के अंत में मामली गिरावट के साथ 0.84% रही है। इस दौरान शुद्ध एनपीए सपाट 0.35% रहा है। वहीं वित्त वर्ष के अंत में प्रावधान कवरेज अनुपात 144% रहा है। कंपनी की ऋण संपत्ति वित्त वर्ष 2014-15 के 316 बीपीएश के मुकाबले वित्त वर्ष 2015-16 में बढ़ कर 318 बीपीएश हो गया है और कंपनी का पूंजी पर्याप्तता अनुपात मार्च 2015 के 19.6% से बढ़ कर मार्च 2016 में 23.33% हो गया है। कंपनी के प्रबंधन के अनुसार पहली बार घर खरीदने वालों के लिए कर कटौती सीमा में वृद्धि से आवासीय ऋण को बढ़ा देगा। शहरी भारत में औसत रेंटल यील्ड 3.1% रहा है। आने वाले वर्षों में उधार दरों में गिरावट के साथ आवासीय ऋण यीएल्ड रेंटल यील्ड्स के नीचे आ जायेगी जिसके कारण आवासीय बिक्री में तेजी आयेगी। वित्त वर्ष 2017 के लिए कंपनी ने मुख्य मापदंडों के पार 20-25% के विकास के मार्गदर्श को बनाए रखा है और वित्त वर्ष 2017 में लागत के लिए आय का अनुपात को कम करके 70 बीपीएस करने का प्रस्ताव है जो आगे वित्त वर्ष 2018 में भी कम किया जायेगा। वर्तमान में लागत के लिए आय गिर कर 14.3% हो गया है। कंपनी के पास मार्च 2016 के अंत में 5400 कर्मचारियों की संख्या के साथ 225 ब्रांच का नेटवर्क है। (शेयर मंथन, 28 मई 2016)
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