एसएमसी ग्लोबल (SMC Global) ने जेके टायर (JK Tyre) के शेयर के लिए 8-10 महीने की अवधि में 207.00 रुपये का लक्ष्य भाव दिया है।
यह लक्ष्य भाव कंपनी के शेयर के मौजूदा भाव से 27% ज्यादा है। एसएमसी का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2017-18 में जेके टायर की प्रति शेयर आय (EPS) 17.70 रुपये होगी, जिस पर 11.71 के पीई अनुपात के मूल्यांकन पर इसने यह लक्ष्य भाव तय किया है।
जेके टायर में निवेश के लिए एसएमसी ने तर्क दिया है कि यह भारत में सबसे अधिक बाजार हिस्सेदारी के साथ ट्रक और बस रेडियल (टीबीआर) टायर की सबसे प्रमुख निर्माता कंपनी है। विश्व भर में 12 टायर उत्पादन संयंत्रों में 3.3 करोड़ सालाना टायर उत्पादन की क्षमता के साथ ग्लोबल ब्रांड्स ने इसे पूरे विश्व में 24वाँ स्थान दिया है। वहीं भारत में इसकी 16% बाजार हिस्सेदारी है। साथ ही 105 देशों में मौजूद जेके टायर, दुनिया की प्रति टन टायर उत्पादन में पानी का न्यूनतम इस्तेमाल करने वाली कंपनियों में से एक है। एसएमसी ने अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट में जिक्र किया है कि कंपनी इस समय विस्तार मोड में है। इसने कैवेन्डिश की नयी सुविधाओं के अधिग्रहण और अपने संयंत्रों में ब्राउनफील्ड विस्तार के लिए चेन्नई में एक अत्याधुनिक संयंत्र की स्थापना हेतू 4,500 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिसका निर्माण पूरा होने वाला है। अपनी क्षमता का विस्तार करने के लिए जेके टायर ने बिड़ला के लक्सर संयंत्र का अधिग्रहण किया है। इससे आगे कंपनी का मार्जिन भी बेहतर होगा। जेके टायर के प्रबंधन ने कहा है कि कैपेक्स प्रोग्राम से बाहर निकलने के लिए कंपनी ने अपना ऋण घटाने की ओर भी ध्यान दिया है। कम ऋण से रिटर्न और कंपनी के लिए ब्याज कवरेज अनुपात के बेहतर होने की भी उम्मीद है। उद्योग स्तर पर वाणिज्यिक खंड में रेडियलाइजेशन 46% और ओईएम 65-70% के करीब है। इस समय जेके टायर की दो-तीन पहिया क्षमता उपयोगिता 50-55%, टीबीआर (ट्रक, बस और रेडियल) में 40-50% और नायलॉन उत्पादों में 35-40% तक पहुँच गयी है। कंपनी के प्रबंधन को आने वाले सालों में क्षमता उपयोगिता के 80-85% तक पहुँचने की उम्मीद है। (शेयर मंथन 29 जुलाई 2017)
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