कच्चे तेल की कीमतों में आयी गिरावट के कारण आज भारतीय विमानन कंपनियों के शेयरों में मजबूती दिख रही है।
दरअसल कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का मतलब विमानन कंपनियों के लिए बेहतर लाभप्रदता है, क्योंकि इससे एयरलाइन की इनपुट लागत घटती है। अक्टूबर के शुरुआत में ब्रेंट तथा डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमतें चार साल के उच्च स्तर पर पहुँच गयी थीं। ऊपरी स्तरों से कच्चे तेल के दाम करीब 30% टूट चुके हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम कल 7.10% की गिरावट के साथ 65.47 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुए। दुनिया भर में बढ़ते तेल उत्पादन को लेकर चिंता और विकासशील बाजारों की ओर से माँग में गिरावट का तेल कीमतों पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। हालाँकि यह भारतीय शेयर बाजार, विशेषकर विमानन कंपनियाँ और रुपये के लिए सकारात्मक खबर है।
आज बीएसई पर सूचीबद्ध प्रमुख विमानन कंपनियों के शेयरों में मजबूती दिख रही है। सवा 10 बजे के करीब स्पाइसजेट का शेयर पिछले बंद स्तर की तुलना में 2.90 रुपये या 3.56% की मजबूती के साथ 84.30 रुपये, इंटरग्लोब एविएशन का शेयर 54.45 रुपये या 5.59% की बढ़ोतरी के साथ 1,028.35 रुपये और जेट एयरवेज का शेयर 5.55 रुपये या 2.18% की वृद्धि के साथ 260.20 रुपये पर चल रहा है। (शेयर मंथन, 14 नवंबर 2018)
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