कच्चे तेल की कीमतों में आयी जबरदस्त तेजी का आज विमानन कंपनियों के शेयरों पर नकारात्मक असर पड़ता दिख रहा है।
कल अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (Brent Crude) के दाम 7.34% की जबरदस्त उछाल के साथ 54.47 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुए। हालाँकि मंगलवार को ब्रेंट क्रूड की कीमतें 50 डॉलर प्रति बैरल के नीचे फिसल गयी थीं।
गौरतलब है कि कच्चे तेल के दाम बढ़न से विमानन कंपनियों की लाभप्रदता पर बुरा असर पड़ता है। क्योंकि इससे एयरलाइन की इनपुट लागत बढ़ती है। जबकि कच्चे तेल के दाम घटना विमानन कंपनियों के लिए अनुकूल रहता है।
बता दें कि अक्टूबर के शुरुआत में ब्रेंट तथा डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमतें चार साल के उच्च स्तर पर पहुँच गयी थीं। मगर ऊपरी स्तरों से कच्चे तेल के दाम 35% से अधिक घट चुके हैं।
इस बीच बीएसई पर सूचीबद्ध प्रमुख विमानन कंपनियों के शेयरों में बिकवाली दिख रही है। 11 बजे के करीब स्पाइसजेट का शेयर पिछले बंद स्तर की तुलना में 1.70 रुपये या 1.94% की गिरावट के साथ 85.80 रुपये और इंडिगो का शेयर 8.95 रुपये या 0.77% की कमजोरी के साथ 1,149.35 रुपये पर है। हालाँकि पौने 11 बजे के बाद से जेट एयरवेज के शेयर में मजबूती आयी है और इस समय 0.32% की वृद्धि दिखा रहा है। (शेयर मंथन, 27 दिसंबर 2018)
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