वित्त वर्ष 2017-18 की तीसरी तिमाही की तुलना में 2018-19 की समान अवधि में प्रमुख दवा कंपनी डॉ रेड्डीज (Dr Reddys) के मुनाफे में 45.1% की बढ़ोतरी दर्ज की गयी।
कंपनी का मुनाफा 334.4 करोड़ रुपये से बढ़ कर 485.2 करोड़ रुपये रहा, जबकि जानकारों ने 380 करोड़ रुपये का अनुमान लगाया था। साल दर साल आधार पर ही डॉ रेड्डीज की शुद्ध आमदनी 3,806 करोड़ रुपये से 1.2% की बढ़त के साथ 3,850 करोड़ रुपये हो गयी।
साल दर साल आधार पर ही डॉ रेड्डीज का तिमाही एबिटा 7.4% बढ़ कर 865.30 करोड़ रुपये और एबिटा मार्जिन 132 आधार अंकों की बढ़त के साथ 22.5% रहा।
प्रमुख ब्रोकिंग फर्म ने डॉ रेड्डीज के नतीजों पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि कंपनी का मुनाफा अनुमान से बेहतर रहा, मगर कम अमेरिकी बिक्री के कारण इसकी आमदनी अंदाजे से कम रही। बता दें कि डॉ रेड्डीज के उत्तर अमेरिकी कारोबार में 8% की गिरावट दर्ज की गयी। वहीं भारत में 10% बढ़ोतरी हुई, जबकि यूरोप में 4.5% की कमी आयी। इसके अलावा रूस, स्वतंत्र राज्यों के राष्ट्रमंडल, रोमानिया और शेष विश्व में मजबूत प्रदर्शन के सहारे पूर्वी भूमध्यसागर क्षेत्र में डॉ रेड्डीज के कारोबार में 21.8% की बढ़ोतरी दर्ज की गयी।
गौरतलब है कि 2018 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान डॉ रेड्डीज के रिसर्च ऐंड डेवलपमेंट पर खर्च में 21.4% की गिरावट आयी है।
दूसरी तरफ बीएसई में डॉ रेड्डीज का शेयर 2,723.75 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले 2,705.00 रुपये पर खुला और कारोबार के दौरान 2,810.00 रुपये के ऊपरी स्तर तक चढ़ा, जो इसके पिछले 52 हफ्तों का सर्वाधिक भाव है। सत्र के अंतिम घंटे में कंपनी के शेयर में काफी मजबूती आयी, जिससे अंत में यह 63.15 रुपये या 2.32% की मजबूती के साथ 2,786.90 रुपये पर बंद हुआ। (शेयर मंथ, 01 फरवरी 2019)
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