प्रमुख ब्रोकिंग फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज (ICICI Securities) ने आईटी कंपनी विप्रो (Wipro) के तिमाही नतीजों को अनुमान से कमजोर बताया है।
तिमाही दर तिमाही दर आधार पर जनवरी-मार्च की अवधि में विप्रो का मुनाफा 2,510.4 करोड़ रुपये से 1% घट कर 2,483.5 करोड़ रुपये रह गया, जबकि ब्रोकिंग फर्म ने 2,544 करोड़ रुपये के मुनाफे का अनुमान लगाया था। हालाँकि पिछले कारोबारी साल की समान अवधि में रहे 18,030 करोड़ रुपये के मुकाबले यह 37.7% अधिक है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के अनुसार तिमाही दर तिमाही आधार पर विप्रो की डिजिटल आमदनी 0.4% बढ़ोतरी के साथ 15,006.3 करोड़ रुपये और आईटी सेवा आमदनी 0.5% घट कर 14,586.5 करोड़ रुपये रह गयी। इसके अलावा विप्रो का आईटी एबिट मार्जिन 60 आधार अंक गिर कर 19.2% रह गया, जबकि आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने 19.4% का अंदाजा लगाया था।
गौरतलब है कि विप्रो के निदेशक मंडल ने 2 रुपये प्रति वाले 32.31 करोड़ शेयरों (कुल चुकता पूँजी के 5.35%) की वापस खरीदारी का भी निर्णय लिया है। विप्रो इन शेयरों को 325 रुपये प्रति की दर से अधिकतम 10,500 करोड़ रुपये में खरीदेगी।
उधर बीएसई में विप्रो का शेयर 281.10 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले आज बढ़त के साथ 289.40 रुपये पर खुला। करीब 10 बजे विप्रो के शेयरों में 2.65 रुपये या 0.94% की मजबूती के साथ 283.75 रुपये पर कारोबार हो रहा है। इस भाव पर विप्रो की बाजार पूँजी 1,71,303.43 करोड़ रुपये है। (शेयर मंथन, 18 अप्रैल 2019)
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