खबरों के अनुसार हिंदुस्तान पेट्रोलियम (Hindustan Petroleum) के मैंगलोर रिफाइनरी (Mangalore Refinery) के अधिग्रहण करने के रास्ते में एक नकदी संबंधित समस्या सामने आ गयी है।
हिंदुस्तान पेट्रोलियम की मूल कंपनी ओएनजीसी (ONGC) शेयरों के लेन-देन (Share Swap) के बजाय यह सौदा नकद करना चाहती है।
ओएनजीसी ने पिछले साल 36,915 करोड़ रुपये के सौदे में हिंदुस्तान पेट्रोलियम का अधिग्रहण किया था। तब ओएनजीसी ने इसके शेयर 473.97 रुपये प्रति की दर से खरीदे थे, जबकि अब हिंदुस्तान पेट्रोलियम का शेयर भाव 40% की गिरावट के साथ 282.60 रुपये रह गया है। जानकारों का मानना है कि ओएनजीसी हिंदुस्तान पेट्रोलियम के अधिक शेयर नहीं रखना चाहती, क्योंकि इसके मूल्य में गिरावट जारी है।
बता दें कि ओएनजीसी की मैंगलोर रिफाइनरी में 71.63% हिस्सेदारी है। पिछले साल हिंदुस्तान पेट्रोलियम के अधिग्रहण के बाद इसकी दो रिफाइनिंग कंपनियाँ हो गयी हैं।
खबर यह भी है कि अभी हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने अभी मैंगलोर रिफाइनरी के अधिग्रहण के लिए कोई मजबूत योजना नहीं रखी है।
इस बीच करीब 12 बजे बीएसई में हिंदुस्तान पेट्रोलियम का शेयर 0.14% की मजबूती, मैंगलोर रिफाइनरी का शेयर 0.35% और ओएनीजीसी का शेयर 0.15% की कमजोरी दिखा रहा है। (शेयर मंथन, 30 अप्रैल 2019)
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