गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस (Indiabulls Housing Finance) के शेयर में 6% से ज्यादा की कमजोरी देखने को मिल रही है।
कंपनी पर 98,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं। सोमवार को निवेशकों की 98 हजार करोड़ रुपये की पूँजी में हेराफेरी के मामले में उच्चतम न्यायालय में कंपनी, इसके चेयरमैन और निदेशकों के खिलाफ याचिका दाखिल की गयी थी।
हालाँकि इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस ने इन आरोपों को तर्कहीन करार दिया है और उच्चतम न्यायालय में याचिक दायर कर इन आरोपों को कंपनी की प्रतिष्ठा 'धूमिल’ करने वाला बताया है। साथ ही कंपनी ने दावा किया है कि इन आरोपों के जरिये लक्ष्मी विलास बैंक के साथ उसके विलय को बाधित करने का प्रयास किया गया है।
मगर बाजार में इंडियाबुल्स के शेयरों में बिकवाली बरकरार है। बुधवार को बीएसई में कंपनी का शेयर 674.65 रुपये के पिछले बंद भाव की तुलना में 671.00 रुपये पर खुला है।
अभी तक के कारोबार में 628.00 रुपये का निचला स्तर छूने के बाद करीब 10.50 बजे इंडियाबुल्स हाउसिंग के शेयरों में 41.75 रुपये या 6.19% की कमजोरी के साथ 632.90 रुपये पर सौदे हो रहे हैं। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 27,059.03 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 1,396.85 रुपये और निचला स्तर 576,35 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 12 जून 2019)
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