जेके टायर पूंजीगत खर्च बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है। कंपनी अगले 2 साल में पूंजीगत खर्च में 1100 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी करने की योजना बना रही है। कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी यानी चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) संजीव अग्रवाल ने बताया कि कंपनी क्षमता विस्तार करने के अलावा मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर के नियमित रख-रखाव पर काम कर रही है।
कंपनी की अगले 2-3 साल में यानी वित्त वर्ष 2023 और वित्त वर्ष 2024 में 1100 करोड़ पूंजीगत खर्च की योजना है। इसमें मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर के रख-रखाव पर 300 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है। कंपनी ने एनालिस्ट कॉल में यह जानकारी दी। 1100 करोड़ रुपए के पूंजीगत खर्च में 530 करोड़ पैसेंजर कार रेडियल यानी पीसीआर (PCR) टायर पर खर्च किया जाएगा।
इसके अलावा कंपनी कैवेंडिस इंडस्ट्रीज इकाई में ट्रक बस रेडियल (TBR) टायर की क्षमता विस्तार पर भी काम कर रही है। इस पर कंपनी की 236 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना है।
संजीव अग्रवाल के मुताबिक कंपनी फिलहाल टीबीआर और पीसीआर के क्षमता विस्तार पर काम कर रही है। इसके अलावा 300 करोड़ रुपए की राशि 150 करोड़ रुपए प्रति साल के हिसाब से तय किया है।
अग्रवाल के मुताबिक घरेलू और निर्यात बाजार यानी एक्सपोर्ट मार्केट में पीसीआर टायर की अच्छी मांग है। मध्य प्रदेश के बनमोर इकाई में पीसीआर टायर के क्षमता विस्तार के लिए फंड कर्ज और आंतरिक स्रोतों से जुटाई जाएगी। कंपनी फंड के लिए कई लेंडर्स के संपर्क में है और वे इस लोन पर काफी सकारात्मक हैं। कंपनी को विश्वास है कि वे इस क्षमता विस्तार के लिए पर्याप्त फंड जरूर मुहैया कराएंगे। इस क्षमता विस्तार से पीसीआर टायर के उत्पादन में 35 फीसदी का उछाल आने की उम्मीद है जो कि फिलहाल करीब 90 लाख टायर सालाना पर है। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स यानी निदेशक मंडल से बनमोर टायर इकाई के 530 करोड़ रुपए के अनुमानित विस्तार प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है।
जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक यानी मैनेजिंग डायरेक्टर अंशुमान सिंघानिया ने कहा कि इस क्षमता विस्तार से इकाई की उत्पादन में 35 फीसदी की बढ़ोतरी होगी।
प्रस्तावित क्षमता विस्तार दिसंबर 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है। टायर इंडस्ट्री के आउटलुक पर अंशुमान सिंघानिया का कहना है कि अर्थव्यवस्था में सुधार से सभी मार्केट सेगमेंट में मजबूत मांग देखने को मिल रही है। रिकॉर्ड कृषि उत्पादन और रियलाइजेशन में सुधार से ग्रामीण मांग में तेजी आने की उम्मीद है। सरकार की ओर से इंफ्रास्ट्रक्चर पर भारी खर्च से कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट के मांग में सुधार जारी रहने की उम्मीद है। जेके टायर का कारोबार 105 देशों में 180 वैश्विक डिस्ट्रीब्यूटर्स के साथ है। (शेयर मंथन 29 मई 2022)
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