एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने 3 महीने की अवधि के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में 5 आधार अंक या बेसिस पॉइंट (bps) का इजाफा कर दिया है।
इस बदलाव के बाद बैंक की ब्याज दरें अब 9.10% से 9.45% तक हो गयी हैं। ये नयी दरें 7 सितंबर से लागू हो चुकी हैं। मतलब यह कि इन बदलावों के बाद बैंक से कर्ज लेने पर अधिक ब्जाज चुकाना होगा। आइए समझते हैं कि बैंक ने किस अवधि के ऋण पर ब्याज दर बढ़ा कर कितनी कर दी है।
दरअसल, बैंक ने 3 महीने की अवधि के लिए ही ब्याज दर में बदलाव किया है। ओवरनाइट के लिए बैंक 9.10% और एक महीने के लिए 9.15% की दर पर ऋण मुहैया कर रहा है। वहीं 3 महीने की अवधि के लिए ब्याज दर 9.25% से बढ़ कर 9.30% हो गयी है। इसमें 5 बीपीएस की बढ़ोतरी हुई है। वहीं 6 महीने की एमसीएलआर 9.40% है। बैंक ने 1 साल, 2 साल और 3 साल की अवधि के लिए एमसीएलआर 9.45% पर रखा है।
आसान शब्दों में कहें तो अगर आप 3 महीने की अवधि के लिए ऋण लेते हैं तो आपको 9.30% की दर से ब्याज देना होगा। अगर आप 1 साल, 2 साल या 3 साल की अवधि के लिए कर्ज लेते हैं तो आपको 9.45% की दर से ब्याज देना होगा।
एमसीएलआर क्या है?
एमसीएलआर वह न्यूनतम ब्याज दर होती है, जिस पर बैंक आपको ऋण देता है। जब बैंक इस दर में बदलाव करता है तो इसका असर आपके कार लोन, होम लोन, शिक्षा ऋण जैसे सभी तरह के कर्जों पर पड़ता है। इसमें बढ़ोतरी से आपकी ईएमआई (EMI) बढ़ जाती है। आरबीआई ने ब्याज दर तय करने के लिए एमसीएलआर की व्यवस्था को 1 अप्रैल 2016 को लागू किया था।
एसबीआई (SBI) ने भी की थी बढ़ोतरी
एचडीएफसी बैंक से पहले भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने भी अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट में 10 बीपीएस की बढ़ोतरी की थी। इस बढ़ोतरी के बाद एसबीआई के विभिन्न ऋणों पर ब्याज दरें बढ़ गयी हैं। इस बदलाव के बाद, एसबीआई ने ओवरनाइट लोन के लिए ब्याज दर को बढ़ा कर 8.20% कर दिया है। वहीं 1 महीने के ऋण के लिए इसकी ब्याज दर 8.45% हो गयी है और 3 महीने के ऋण के लिए ब्याज दर 8.50% हो गयी है। (शेयर मंथन, 8 सितंबर 2024)
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