राष्ट्रीय एक्सचेंजों पर सोयाबीन वायदा की कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रही हैं और यह तेजी आगे भी जारी रहने की संभावना है और कीमतों में 5,870-5,900 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती है।
ऐसा अनुमान है कि मार्च में सोयामील का निर्यात अधिक होगा क्योंकि ईरान से माँग बढ़ रही है और तिलहन की आपूर्ति कम आवक के सीजन के कारण धीमी हो रही है। फिर भी, हमें 2021 में बुआई के अनुमान को लेकर 31 मार्च को जारी होने वाली यूएसडीए की रिपोर्ट से पहले सतर्क रहने की जरूरत है। अमेरिकी बुआई इरादों को लेकर एक अंतरराष्ट्रीय सर्वेक्षण ने संकेत किया है कि उत्पादकों द्वारा एक साल पहले की तुलना में अधिक सोयाबीन की बुआई करने की उम्मीद है।
सोया तेल वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 1,250-1,270 रुपये की व्यापक दायरे में स्थिर रहने की उम्मीद है और इसी तरह, सीपीओ वायदा (अप्रैल) की कीमतें 1,050-1,075 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार कर सकती है। खाद्य तेलों का सेंटीमेंट औद्योगिक क्षेत्रों में और जैव ईंधन के बढ़ते उपयोग एवं अधिक कीमतों के कारण खुदरा बाजार में माँग के कमजोर की रस्साकसी के बीच फंसा हुआ है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में, सोयाबीन तेल की कीमतें टायर कंपनियों की ओर से उच्च माँग के कारण बढ़ रही हैं क्योंकि इसके उपयोग से तापमान के मुकाबले लचीलेपन में बढ़ोतरी हो सकती है। दूसरे, राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन द्वारा नवीकरणीय ईंधन के लक्ष्यों को तय किये जाने के कारण भी सोया तेल की कीमतों को मदद मिल रही है। घरेलू बाजार में, खाद्य तेलों में मूल्य वृद्धि को नियंत्रिक करने के लिए उठाये गये कदमों के तहत किसान, उद्योग और उपभोक्ता के हित में खाद्य तेलों और अन्य वस्तुओं की कीमत और उपलब्धता को ध्यान में रखते हुये उनके शुल्क ढाँचे की बारीकी से निगरानी कर रही है।
सरसों वायदा (अप्रैल) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 5,680-5,780 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। घरेलू बाजार में सोयाबीन की अधिक कीमतों और खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी से सरसों की कीमतों को मदद मिल रही है। (शेयर मंथन, 30 मार्च 2021)
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