सर्राफा की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
इस हफ्ते अमेरिकी फेड की बैठक में इस वर्ष ब्याज दरों में फिर से कोई बढ़ोतरी नहीं करने की संभावना से डॉलर के कमजोर होने के कारण आज सोने की कीमतों में लगातार तीसरे दिन बढ़त देखी जा रही है। कारोबारियों को भी उम्मीद है कि अमेरिकी फेड इस वर्ष ब्याज दरों में फिर से कोई बढ़ोतरी नही करेगा।
एमसीएक्स में सोने की कीमतों में 31,800 रुपये तक बढ़त हो सकती है, जबकि चांदी की कीमतों को 37,800 रुपये के स्तर पर सहारा और 38,250 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है।
उधर ब्रिटिश प्रधनमंत्री टेरेसा मे का ब्रेक्जिट प्लान कल तब फिर से अधर में लटक गया जब ब्रिटिश संसद के स्पीकर ने कहा कि मौलिक रूप से अलग रूप में ब्रेक्जिट योजना लाये जाने बिना मतदान के लिए अनुमति नहीं दी जा सकती है।
भारत में इस हफ्ते सोने की फिजिकल माँग में बढ़ोतरी हुई है, क्योंकि कीमतों में गिरावट के बाद खरीदारी में बढ़ोतरी हुई। वहीं चीन में भी अधिक माँग के कारण सोने के प्रीमियम में बढ़ोतरी हुई है। (शेयर मंथन, 19 मार्च 2019)
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