सर्राफा की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है, जबकि उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली हो सकती है।
सरकारी आँकड़ों के अनुसार जून में चीन के औद्योगिक उत्पादन के 17 महीने के निचले स्तर से उछाल दर्ज करने और पिछले वर्ष की तुलना में 6.3% की वृद्धि होने के बाद सोने की कीमतों में आज स्थिरता है। जून महीने में चीन का खुदरा बिक्री 9.8% बढ़ी है, जबकि विषेशज्ञों का अनुमान था कि खुदरा बिक्री मई के 8.6% की तुलना में 8.3% ही रह सकती है।
अमेरिकी कमोडिटी वायदा कारोबार आयोग के अनुसार 9 जुलाई को समाप्त हफ्ते में कॉमेक्स में हेज फंडों और मनी मैनेजरों ने सोने में तेजी के पोजिशन में कटौती की है।
एमसीएक्स में सोना की कीमतों को 35,000 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 34,600 रुपये तक गिरावट दर्ज की जा सकती है। चांदी की कीमतों में 38,450 रुपये पर बाधा के साथ 38,000 रुपये तक गिरावट दर्ज की जा सकती है। सोने की कीमतों में हाल ही में तेजी के बाद उपभोक्ताओं द्वारा सोना बेचे जाने के कारण प्रमुख एशियाई देशों में सोने की फिजिकल खरीदारी कम हुई है, जबकि भारत में सोने पर आयात शुल्क बढ़ाये जाने के कारण भी भारतीय बाजार में माँग कम हुई है। (शेयर मंथन, 15 जुलाई 2019)
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