सोने की कीमतों में 49,300 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 48,300 रुपये तक गिरावट हो सकती है जबकि चांदी की कीमतों में 53,150 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 51,950 रुपये तक गिरावट हो सकती है।
ईसीबी द्वारा ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखे जाने के कारण डॉलर के मजबूत होने से सोने की कीमतें आज कम हो गयी और 1,800 डॉलर के अहम स्तर से नीचे गिर गयी। केंद्रीय बैंक ने यह भी घोषणा की कि वह जुलाई में महामारी आपातकालीन खरीद कार्यक्रम को नहीं बढ़ायेगा। ईसीबी की बॉन्ड खरीद कार्यक्रम जून के अंतिम सप्ताह में अपनी सबसे धीमी गति से गिर गयी। इसके अतिरिक्त, अपेक्षा से अधिक खुदरा बिक्री से अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी नहीं हो सकी। अमेरिकी वाणिज्य विभाग के अनुसार कोर खुदरा बिक्री पिछले महीने 7.5% बढ़ी। यह मई की तुलना में 18.2% की बढ़ोतरी है।
बैरिक गोल्ड कॉर्प ने कहा कि अर्जेंटीना की खदान में कोरोना वायरस के कारण व्यवधन और पापुआ न्यू गिनी में विवाद के कारण दूसरी तिमाही के सोने के उत्पादन में 15% की गिरावट की उम्मीद है। कंपनी ने कहा कि दूसरी तिमाही में सोने का उत्पादन एक साल पहले के 1.35 मिलियन औंस की तुलना में 1.15 मिलियन औंस होने की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 17 जुलाई 2020)
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