सर्राफा की कीमतों की तेजी पर रोक लग सकती है और गिरावट दर्ज की जा सकती है।
सोने की कीमतों में 52,600 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 49,560 रुपये तक गिरावट हो सकती है जबकि चांदी की कीमतों में 69,580 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 62,300 रुपये तक गिरावट हो सकती है। रूस से कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन की समाचार के बाद और राजकोषीय स्टीमुलस की एक और उम्मीद बरकरार रहने के कारण सुरक्षित निवेश के लिए माँग में कमी आने से कल सोने की कीमतों में 5% से अधिक की गिरावट हुई जबकि विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि कीमतों में गिरावट अभी जारी रह सकता है। वैक्सीन को लेकर सकारात्मक समाचार के साथ, अमेरिकी सांसदों के वायरस सहायता सौदे पर बातचीत फिर से शुरू करने के लिए तैयार होने के बाद राजकोषीय स्टीमुलस की उम्मीद बढ़ गयी हैं, जबकि राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह एक पूँजीगत लाभ कर में कटौती करने पर विचार कर रहे है। ट्रेजरी यील्ड में वृद्धि और डॉलर में निचले स्तर से बढ़ोतरी के कारण सोने की कीमतों पर दबाव पडा जबकि यह पिछले सप्ताह रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुँच गया, और 2,000 डॉलर के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया था।
डॉलर इंडेक्स अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले बढ़कर एक सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुँच गया, जिससे अन्य मुद्राओं के धरकों के लिए सोना अधिक महँगा हो गया। अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्टीवन मेनुचिन ने कहा कि चीन और अन्य देशों की कंपनियां, जो लेखांकन मानकों का पालन नहीं करती हैं, उन्हें 2021 के अंत तक अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंजों से हटा दिया जायेगा। अमेरिकी कांग्रेस के नेताओं और ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि वे कोरोना वायरस सहायता सौदा पर वार्ता को फिर से शुरू करने के लिए तैयार है। लेकिन वार्ता में गतिरोध बना हुआ है। (शेयर मंथन, 12 अगस्त 2020)
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