सर्राफा की कीमतों में नरमी रह सकती है। सोने की कीमतों में 53,950 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 52,800 रुपये तक गिरावट हो सकती है जबकि चांदी की कीमतों में 71,800 रुपये स्तर पर बाधा के साथ 65,200 रुपये तक गिरावट हो सकती है।
डॉलर के कमजोर होने के कारण सोने की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है और कीमतें 2,000 डॉलर प्रति औसतन से ऊपर कारोबार कर रही है, जबकि निवेशकों को अमेरिकों को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की अंतिम नीतिगत बैठक की मिनट का इंतजार है। मंगलवार को एक सप्ताह के उच्च स्तर 2,014.97 डॉलर के स्तर पर पहुँचने के बाद सोने की स्पॉट कीमतें 0.1% बढ़कर 2,002.12 डॉलर प्रति औसतन हो गयी हैं जबकि अमेरिकी सोना वायदा 0.1% लुढ़क कर 2,011.60 डॉलर प्रति औसतन पर कारोबार कर रहा है। डॉलर 0.1% की गिरावट के साथ दो वर्ष के निचले स्तर पर पहुँच गया है, जिससे अन्य मुद्रा वाले देशों के लिए सोना सस्ता हो गया।
अमेरिकी ट्रेजरी की यील्ड कम हुई, क्योंकि बाजार ने बड़े पैमाने पर हाउसिंग के बेहत आँकड़ों को अनदेखा किया है कोरोना वायरस से प्रभावित अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए एक नये सहायता पैकेज पर राजनीतिक गतिरोध कम होने के संकेत मिल रहे है। बाजार को फेड की नवीनतम बैठक के मिनट के जारी होने का इंतजार है जो ब्याज दर को लेकर अधिक संकेत दे सकता है। चाँदी की हाजिर कीमतें 0.6% बढ़कर 27.82 डॉलर प्रति औसतन हो गयी है। (शेयर मंथन, 19 अगस्त 2020)
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