सर्राफा की कीमतों में नरमी रह सकती है। सोने की कीमतों में 52,980 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 51,400 रुपये तक गिरावट हो सकती है जबकि चांदी की कीमतों में 68,900 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 63,100 रुपये तक गिरावट हो सकती है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की जुलाई की बैठक के मिनट में नीति निर्मातओं द्वारा बॉन्ड यील्ड को मदद करने की इच्छा व्यक्त किये जाने के बाद डॉलर में उछाल दर्ज किये जाने के कारण कल सोने की कीमतों में 3% से अधिक गिरावट हुई। फेडरल रिजर्व का मिनट जारी होने के बाद ट्रेजरी की यील्ड में वृद्धि हुई और डॉलर में 0.8% की उछाल दर्ज की गयी जो पाँच सत्रों के कारोबार में दो साल के निचले स्तर पर लुढ़क गया था। फेड ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न आर्थिक मंदी के कारण अत्यधिक अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है और अर्थव्यवस्था को समर्थन देने के लिए अतिरिक्त राजकोषीय प्रोत्साहन की आवश्यकता होगी।
ट्रंप प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि लगभग 500 बिलियन डॉलर मूल्य का एक छोटे कोरोना वायरस राहत बिल को लेकर समझौते पर पहुँचा जा सकता है जिससे सोने की कीमतों पर दबाव पड़ा क्योंकि पहले उम्मीद की गयी थी कि 1 ट्रिलियन और 3 ट्रिलियन डॉलर के बीच राहत बिल हो सकता है। व्यापक प्रोत्साहन के उपाय और कम ब्याज दर के माहौल के कारण 7 अगस्त को सोने की कीमतें अब तक के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुँच गयी थी। (शेयर मंथन, 20 अगस्त 2020)
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