सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 45,300 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 44,600 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी (मई) की कीमतों में 67,780 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 66,900 रुपये पर सहारा रह सकता है।
तुर्की द्वारा अपने केंद्रीय बैंक के गवर्नर को उच्च ब्याज दर की आलोचना के लिए हटाये जाने के बाद निवेशकों द्वारा सुरक्षित निवेश के लिए डॉलर में निवेश किये जाने के कारण आज सोने की कीमतों में गिरावट आयी। सोने की हाजिर कीमतें 0.3% गिरकर 1,739.80 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। अमेरिकी सोना वायदा 0.2% नीचे 1,738.80 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। फेडरल रिजर्व द्वारा पिछली मुद्रास्फीति को अनदेखा करने और ब्याज दरों को कम से कम 2024 तक 0% के पास रखने का वादा करने के बादयूएस 10-वर्षीय ट्रेजरी नोट पर यील्ड 14 महीनों में पहली बार 1.75% से अधिक हो गयी। तुर्की के विकास से अन्य वित्तीय बाजारों को खतरा होगा, जिससे डॉलर में मजबूती आयी, गैर-अमेरिकी निवेशकों के लिए सोना महँगा हो गया। इस बीच, फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने वॉल स्ट्रीट जर्नल को बताया कि संयुक्त राज्य अमेरिका संकट से मजबूत और बेहतर होकर बाहर निकलेगा, जैसा कि हम पहले भी ऐसा कर चुके हैं। अमेरिकी कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमीशन के अनुसार 16 मार्च को समाप्त हफ्ते में हेज फंड और मनी मैनेजरों ने कोमेकस में सोना वायदा में अपने तेजी के पोजिशन में बढ़ोतरी की है जबकि चांदी के कॉन्टैंक्ट में कटौती की है।
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग गुरुवार के 1,048.28 टन से 0.3% बढ़कर शुक्रवार को 1,051.78 टन हो गयी। चांदी की कीमतें 1.2% गिरकर 25.92 डॉलर रही। (शेयर मंथन, 22 मार्च 2020)
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