सोने की कीमतों को 44,900 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 44,400 रुपये पर सहारा रह सकती है जबकि चांदी (मई) की कीमतों में 66,400 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 64,500 रुपये पर सहारा रह सकता है अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल द्वारा मुद्रास्फीति के नियंत्रण से बाहर नहीं होने को लेकर कांग्रेस को आश्वास्त करने के बाद डॉलर के दो हफ्ते के उच्च स्तर पर पहुँचने के कारण आज सोने की कीमतों में गिरावट हुई।
सोने की हाजिर कीमतें 1,726.78 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार करन रही हैं। अमेरिकी सोना वायदा 0.1% बढ़कर 1,726.70 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। जब पॉवेल ने अमेरिकी सांसदों को बताया कि इस वर्ष मुद्रास्फीति बढ़ने की उम्मीद है लेकिन यह न तो विशेष रूप से बड़ी और न ही निरंतर होगी, तब डॉलर के सूचकांक में वृद्धि हुई, जबकि ट्रेजरी यील्ड में गिरावट आयी। ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन ने कहा है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था अभी भी खतरे में है जबकि उसने संभावित बुनियादी ढ़ाँचे और कर वृद्धि योजनाओं का प्रस्ताव कानूनविदों के समक्ष विचार के लिए दिया है। फेड गवर्नर लेल ब्रेनार्ड ने मंगलवार को कहा है कि अर्थव्यवस्था से समर्थन वापस खींचने से पहले फेड अपने रोजगार और मुद्रास्फीति के लक्ष्यों को पूरा करने के इंतजार में पूरा धैर्य दिखायेगा। एक निजी क्षेत्र का सर्वेक्षण के अनुसार जापान की फैक्ट्री गतिविधी का विस्तार मार्च में तेजी से हुआ है।
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग मंगलवार को 0.6% कम होकर 1,045.36 टन रह गयी। चांदी की कीमतें 0.2% बढ़कर 25.13 डॉलर हो गयी। (शेयर मंथन, 24 मार्च 2021)
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