सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 43,800 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 43,100 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी (मई) की कीमतों में 64,600 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 63,200 रुपये पर सहारा रह सकता है।
टीकाकरण में तेजी आने के बाद जल्दी आर्थिक सुधार की उम्मीद से अमेरिकी ट्रेजरी की यील्ड में बढ़ोतरी के साथ ही डॉलर के मजबूत होने के कारण सुरक्षित-निवेश के लिए सोने की माँग कम होने से सोने की कीमतें दो हफ्ते के निचले स्तर पर पहुँच गयी है। सोने की हाजिर कीमतें 0.1% गिरकर 1,710.03 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। सोमवार को सोने की कीमतें 12 मार्च के बाद सबसे निचले स्तर 1,704.90 डॉलर प्रति औसतन पर पहुँच गयी थी। आज येन के मुकाबले डॉलर एक साल के उच्च स्तर पर पहुँच गया है क्योंकि अमेरिका में टीकाकरण और बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन ने मुद्रास्फीति की चिंताओं को रोक दिया। मार्जिन कॉल पर हेज फंड के डिफॉल्ट में संभावित गिरावट को लेकर चिंताओं के कारण सुरक्षित-निवेश के रूप में डॉलर की माँग में बढ़ोतरी हुई हैं। संयुक्ता राज्य अमेरिका में वैक्सीन रोल-आउट और राष्टंपति जो बाइडेन की बुनियादी ढाँचा पर पहल से आर्थिक विकास में तेजी आने की उम्मीद से राजकोषीय यील्ड में बढ़ोतरी की संभावना है।
फेडरल रिजर्व गर्वनर क्रिस्टोफर वालर ने कहा है कि इस बिंदु पर ब्याज दरों को बढ़ाने को लेकर केंद्रीय बैंक को एक लंबा रास्ता तय करना है, उम्मीद है कि केंद्रीय बैंक लंबे समय तक इस स्थिति को बरकरार रखने के लिए तैयार है। एक रायटर पोल के अनुसार चीन के कारखाने की गतिविधि मार्च में तेज गति से बढ़ने की उम्मीद है। चाँदी की कीमतें 0.3% की गिरावट के साथ 24.59 डॉलर रह गयी। (शेयर मंथन, 30 मार्च 2021)
Add comment