सर्राफा की कीमतों में शॉर्ट कवरिंग हो सकती है लेकिन कुल मिलाकर नरमी का रुझान है। सोने की कीमतों को 47,500 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 46,900 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में 70,400 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 69,100 रुपये पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा मौद्रिक नीति में बदलाव के संकेत और उम्मीद से पहले ब्याज दरों में बढ़ोतरी का अनुमान लगाने के बाद डॉलर और अमेरिकी ट्रेजरी की यील्ड में उछाल के कारण कल सोने की कीमतों में भारी गिरावट के बाद आज थोड़ी रिकवरी देखी जा रही है और लेकिन कीमतें मार्च 2020 के बाद से अपने सबसे अधिक साप्ताहिक गिरावट की ओर अग्रसर है। सोने की हाजिर कीमतें 0.3% बढ़कर 1,779.11 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। इस हफ्ते अब तक कीमतों में 5.2 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। अमेरिकी सोना वायदा 0.2% बढ़कर 1,779 डॉलर प्रति औसतन पर कारोबार कर रहा है। डॉलर इंडेक्स अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले दो महीने में अपने उच्चतम स्तर पर पहुँच गया, और लगभग नौ महीनों में अपने सबसे अधिक साप्ताहिक बढ़त की ओर अग्रसर है, जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना अधिक महँगा हो गया। बेंचमार्क 10 साल की यील्ड 4 जून के बाद से अपने उच्चतम स्तर 1.594% पर पहुँच गयी, जिससे गैर-ब्याज वाले सोने को रखने की अवसर लागत बढ़ गयी।
फेड अधिकारियों ने केंद्रीय बैंक की असाधरण रूप से आसान मौद्रिक नीति से बाहर निकलने के लिए विचार करना शुरू कर दिया है और महामारी से प्रेरित मौद्रिक नीति पर दरवाजा बंद करना शुरू कर दिया क्योंकि अधिकारियों ने ब्याज दर में वृद्धि के लिए एक त्वरित समय सारिणी का अनुमान लगाया और संकट-युग के बांड-खरीद को कैसे समाप्त किया जाये, इस पर बातचीत शुरू की। दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेंडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग गुरुवार को 0.4% गिरकर 1,041.99 टन हो गयी। चांदी की कीमतें 0.7% बढ़कर 26.12 डॉलर प्रति औसतन हो गयी। (शेयर मंथन, 18 जून 2021)
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