सर्राफा की कीमतों में शॉर्ट कवरिंग हो सकती है लेकिन कुल मिलाकर नरमी का रुझान है।
सोने की कीमतों को 47,300 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 46,700 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में 68,200 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 67,300 रुपये पर सहारा रह सकता है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की दिन में कांग्रेस को गवाही देने से पहले डॉलर में गिरावट से सुरक्षित निवेश के लिए माँग बढ़ने से आज सोने की कीमतों में तेजी दर्ज की गयी है। सोने की हाजिर कीमतें 0.1% बढ़कर 1,784.83 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। अमेरिकी सोना वायदा 0.1% बढ़कर 1,783.90 डॉलर प्रति औसतन पर कारोबार कर रहा है। डॉलर इंडेक्स अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले दो महीने के उच्च स्तर से नीचे आ गया, जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना सस्ता हो गया। बेंचमार्क अमेरिकी ट्रेजरी की यील्ड 1.50% से कम हो गयी, जिससे गैर-ब्याज वाले सोने को रखने की अवसर लागत कम हो गयी। पॉवेल ने मंगलवार को कांग्रेस की सुनवाई के लिए तैयार गवाही में कहा है कि, अमेरिकी अर्थव्यवस्था कोविड-19 महामारी से लगातार उबर रही है और मौजूदा श्रम बाजार में भी बढ़ोतरी जारी है, लेकिन मुद्रास्फीति हाल के महीनों में उल्लेखनीय रूप से बढ़ी है। अमेरिकी कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमिशन के आँकड़ों से पता चलता है कि सटोरियों ने 15 जून को समाप्त में कोमेक्स सोने में अपनी शुद्ध लांग पोजिशन कम कर दी और चांदी में अपनी शुद्ध लांग पोजिशन बढ़ा दी।
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेंडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग सोमवार को 0.3% गिरकर 1,049.56 टन हो गयी। स्थानीय दरों में गिरावट के बाद पिछले हफ्ते भारत में सोने की खरीदारी में तेजी आयी, लेकिन डीलरों ने आगाह किया कि माँग जल्द ही सामान्य स्तर पर लौटने की संभावना नहीं है। चांदी की कीमतें 0.2% की गिरावट के साथ 25.88 डॉलर प्रति औसतन हो गयी। (शेयर मंथन, 22 जून 2021)
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