सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 48,000 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 47,380 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में 67,500 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 66,000 रुपये पर सहारा रह सकता है।
बहुप्रतीक्षित अमेरिकी रोजगार के आँकड़ों से पहले डॉलर के मजबूत होने के कारण आज सोने की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। फेडरल रिजर्व के अधिकारियों ने जल्द से जल्द नीति के कड़े होने की संभावना का संकेत दिया। सोने की हाजिर की कीमतें 0.1% गिरकर 1,802.05 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही है जबकि अमेरिकी सोना वायदा 0.3% की गिरावट के साथ 1,804.10 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। डॉलर इंडेक्स 0.1% मजबूत हुआ है जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना अधिक महँगा हो गया। फेड गवर्नर क्रिस्टोफर वालर ने कहा कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक के लिए आर्थिक सुधार में प्रगति और श्रम बाजार में सुधर को देखते हुये जल्द से जल्द अपनी उदार मौद्रिक नीति को वापस लेना शुरू करना संभव हो सकता है। संयुक्त राज्य अमेरिका में कोविड-19 के रोजाना नये मामले छह महीने के उच्च स्तर पर पहुँच गये हैं, 1,00,000 से अधिक संक्रमण दर्ज किया गया है क्योंकि डेल्टा संस्करण ने कम टीकाकरण दर वाले राज्यों को तबाह कर दिया है। निवेशकों की नजर अब अमेरिकी गैर-कृषि पेरोल रिपोर्ट पर हैं, जिसे फेड के नीतिगत रुख के रूप में देखा जायेगा।
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग कल 1,027.61 टन तक गिर गयी। एक सरकारी सूत्र के अनुसार जुलाई में भारत का सोने का आयात एक साल पहले की तुलना में दोगुना से अधिक हो गया, क्योंकि राज्यों द्वारा लॉकडाउन प्रतिबंध हटाने के बाद माँग में बढ़ोतरी हुई। रूस ने 2021 के पहले चार महीनों में 79.05 टन सोने का उत्पादन किया, जो 2020 में इसी अवधि में उत्पादित 81.27 टन से कम है। चांदी की कीमतें 0.1% बढ़कर 25.15 डॉलर प्रति औसतन हो गयी। (शेयर मंथन, 06 अगस्त 2021)
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