सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 46,200 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 45,700 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 61,000 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 59,700 रुपये पर सहारा रह सकता है।
डॉलर के मजबूत होने और अमेरिकी ट्रेजरी की बढ़ती यील्ड के कारण आज सोने की कीमतों में नरमी है, जबकि निवेशकों ने केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति में बदलाव पर फेडरल रिजर्व के अधिकारियों से अधिक संकेतों का इंतजार किया। डॉलर इंडेक्स में 0.1% की बढ़ोतरी हुई, जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना अधिक महँगा हो गया। बेंचमार्क 10-वर्षीय यू.एस. ट्रेजरी यील्ड तीन महीनों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों ने सोमवार को फेड की मासिक बांड खरीद में कमी को रोजगार में निरंतर वृद्धि के साथ जोड़ा है और सितंबर की रोजगार रिपोर्ट अब केंद्रीय बैंक के बांड में कमी के लिए एक संभावित रिपोर्ट है। फेड चेयर जेरोम पॉवेल केंद्रीय बैंक की महामारी के लिए नीति प्रतिक्रिया पर कांग्रेस से एक दिन के समझ गवाही देने वाले हैं। पॉवेल ने कहा कि जरूरत पड़ने पर अमेरिकी केंद्रीय बैंक अनियंत्रित मुद्रास्फीति के खिलाफ कदम उठायेगा।
दुनिया में सोने के सबसे बड़ेएक्सचेंज-ट्रेडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग सोमवार को 0.3% गिरकर 990.32 हो गयी। पोलैंड के सेंट्रल बैंक के प्रमुख ने सोमवार को कहा कि पोलैंड के केंद्रीय बैंक के पास 230 टन से अधिक सोना है और वह अपने भंडार को बढ़ाने करने की योजना बना रहा है। चांदी की कीमतें 0.8% गिरकर 22.47 डॉलर प्रति औसतन पर आ गयी। (शेयर मंथन, 28 सितम्बर 2021)
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