सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 48,200 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 47,400 रुपये पर सहारा रह सकता है।
चांदी में निचले स्तर पर बिकवाली होने की संभावना है और कीमतों को 65,400 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 64,400 रुपये पर सहारा रह सकता है। अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी के कारण आज सोने की कीमतें 1,800 डॉलर के स्तर के पास स्थिर है जबकि निवेशकों की नजर इस सप्ताह केंद्रीय बैंक की आगामी प्रमुख बैठकों पर है कि क्या वे तय समय से पहले मौद्रिक नीति को कड़ा करने पर विचार करेंगे। बेंचमार्क 10-वर्षीय यू.एस. ट्रेजरी यील्ड दो-सप्ताह के निचले के करीब स्थिर रही। कारोबारियों की नजर आज होने वाली बैंक ऑफ जापान और यूरोपीय सेंट्रल बैंक (ईसीबी) की बैठक पर है। दोनों केंद्रीय बैंकों से उम्मीद है कि वे नीति को अपरिवर्तित रखेंगे और ईसीबी अगले साल दरों में बढ़ोतरी की उम्मीदों के बजाय पीछे हट सकता है। कारोबारियों को भी 3 नवंबर को यूएस फेडरल रिजर्व नीति की बैठक का इंतजार है। बैंक ऑफ जापान आज बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन कार्यक्रम को बनाये रखने के लिए तैयार है और इस साल के मुद्रास्फीति के पूर्वानुमान में कमी के संकेत के आधार पर संकटकालीन नीतियों से बाहर निकलने वाले अन्य केंद्रीय बैंकों का अनुसरण करने का उसका कोई इरादा नहीं है।
अमेरिकी फेड अधिकारियों को उच्च मुद्रास्फीति को नजरअंदाज करने की अपनी क्षमता की समयावधि का सामना करना पड़ रहा है और अब वे धैर्य और जोखिम के बीच फंसे हुये हैं। वैश्विक स्तर पर सोने की माँग तिसरी-तिमाही में गिरकर 2020 की अंतिम तिमाही के बाद सबसे कम हो गयी क्योंकि वित्तीय निवेशकों ने धातु की बिक्री की। (शेयर मंथन, 28 अक्टूबर 2021)
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