सर्राफा की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 48,500 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 47,700 रुपये पर सहारा रह सकता है।
चांदी में निचले स्तर पर खरीदारी होने की संभावना है और कीमतों को 64,800 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 63,900 रुपये पर सहारा रह सकता है। डॉलर के कमजोर होने से कीमती धातु की माँग में बढ़ोतरी के कारण से आज सोने की कीमतें दो महीने के उच्च स्तर पर कारोबार कर रही हैं। उम्मीद से बेहतर अमेरिकी पेरोल रिपोर्ट के बावजूद सोने की कीमतों में शुक्रवार को 1.5% की उछाल दर्ज गयी। बेहतर अमेरिकी पेरोल रिपोर्ट से पता चलता है कि चौथी तिमाही की शुरुआत में आर्थिक गतिविधि गति प्राप्त कर रही है। कैनसस सिटी फेड के अध्यक्ष एस्तेर जॉर्ज ने शुक्रवार को कहा कि कोई सवाल नहीं है कि अमेरिकी श्रम बाजार कमजोर है। उन्होने यह भी कहा कि वह मजदूरी के दबाव और मुद्रास्फीति के अनुमानों को ध्यान से देख रही है क्योंकि यह पता लगाने की कोशिश जारी है कि अर्थव्यवस्था पफेड के पूर्ण रोजगार के लक्ष्य के कितनी करीब है।
डॉलर इंडेक्स आज स्थिर है लेकिन शुक्रवार को एक साल से अधिक के उच्च स्तर से 0.4% नीचे आ गया गया जिससे अन्य मुद्राओं को रखने वाले खरीदारों के लिए सोना सस्ता हो गया। अमेरिकी कांग्रेस ने देश के हवाई अड्डों, सड़कों और पुलों की मरम्मत के लिए 1 ट्रिलियन डॉलर के इन्फ्रास्ट्रक्चर बिल पारित किया। बैंक ऑफ जापान के नीति निर्माताओं को अत्यंत-आसान नीति बनाये रखने की आवश्यकता है क्योंकि मुद्रास्फीति केवल मामूली रूप से बढ़ रही है और मजदूरी वृद्धि कमजोर बनी हुई है। बड़े उपभोक्ता भारत में सोने की भौतिक माँग पिछले सप्ताह त्योहारी सीजन के दौरान बढ़ी है। (शेयर मंथन, 08 नवंबर 2021)
Add comment