सर्राफा की कीमतों में मिला-जुला रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों में नरमी रह सकती है और कीमतों को 48,400 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 47,650 रुपये पर सहारा रह सकता है।
चांदी में निचले स्तर पर खरीदारी होने की संभावना है और कीमतों को 65,300 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 64,400 रुपये पर सहारा रह सकता है। पिछले सत्र में दो महीने के उच्च स्तर के करीब पहुँचने के बाद कमजोर डॉलर की भरपायी होने से अमेरिकी बांड यील्ड में बढ़ोतरी से होने के कारण आज सोने की कीमतों में स्थिरता है। पिछले सत्र में 4 बेसिस प्वाइंट बढ़ने के बाद बेंचमार्क यूएस 10-वर्षीय यील्ड 1.4862% पर पहुँच गया है जिससे गैर-यील्ड वाली धातु की अवसर लागत बढ़ने से सोने की माँग कम हो गयी अमेरिकी पफेडरल रिजर्व के अधिकारी इस बहस पर केंद्रित हैं कि अर्थव्यवस्था कितनी और नौकरियाँ जोड़ सकती है, और कितनी देर तक उच्च मुद्रास्फीति को सहन किया जा सकता है।
शिकागो फेडरल रिजर्व बैंक के अध्यक्ष चार्ल्स इवांस ने सोमवार को कहा कि वह मुद्रास्फीति के पहले की तुलना में अधिक रहने को लेकर थोड़ा अदिक घबरायें हुये हैं, फिर भी उनका मानना है कि फेड को 2023 तक ब्याज दरें बढ़ाने की आवश्यकता नहीं होगी। सोने को कोविड-19 महामारी के दौरान शुरू की गयी लगभग शून्य ब्याज दर से फायदा हुआ है। अवैध व्यापार से निपटने के प्रयास में, संयुक्त अरब अमीरात की सोने की सभी रिफाइनरियों को वार्षिक ऑडिट से गुजरना होगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनके आपूर्तिकर्ता जिम्मेदार हैं। रूस के वित्त मंत्रालय ने कहा कि रूस ने जनवरी और सितंबर के बीच 256.54 टन सोने का उत्पादन किया, जबकि 2020 में इसी अवधि में 253.77 टन था। (शेयर मंथन, 09 नवंबर 2021)
Add comment