सर्राफा में खरीदारी होने की संभावना है। सोने की कीमतों को 47,300 रुपये पर सहारा और 48,000 रुपये पर रुकावट रह सकता है।
चांदी की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है और कीमतों को 61,500 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 60,600 रुपये पर सहारा रह सकता है। अमेरिकी ब्याज दरों में बढ़ोतरी की बढ़ती उम्मीदों के बाबजूद डॉलर के कमजोर होने के कारण आज सोने की कीमतें सपाट कारोबार कर रही है जबकि निवेशक वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं की ताकत का आकलन करने के लिए कई आर्थिक आँकड़ों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। डॉलर इंडेक्स में कई महीने के उच्च स्तर से गिरावट हुई है क्योंकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दरों में बढ़ोतरी की तेज गति की उम्मीद पर शुक्रवार को डॉलर के 1-1 प्रति 2-वर्ष के उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद निवेशकों ने मुनाफा वसूली की। अटलांटा फेड के अध्यक्ष राफेल बॉस्टिक, फेडरल ओपन मार्केट कमेटी के एक गैर-मतदाता, ने सप्ताहांत में एक साक्षात्कार में फाइनेंशियल टाइम्स को बताया कि अगर मुद्रास्फीति बनी रही तो फेड दर में वृद्धि को आध प्रतिशत तक बढ़ा सकता है।
सोमवार की देर रात फेड फंड फ्यूचर्स के अनुसार मार्च दरों में में 50 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि की संभावना दिखाई 17% है। गोल्डमैन सैक्स के विश्लेषकों ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें इस साल के लिए पाँच दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद है, जबकि बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच के विश्लेषकों ने कहा कि उन्हें सात बाद दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद है। लूनर नव वर्ष की छुट्टी के दौरान शीर्ष एशियाई केंद्रों में पिछले सप्ताह भौतिक सोने की माँग में बढ़ोतरी देखी गयी जबकि भारत में खरीदारों ने सरकार द्वारा अपने वार्षिक बजट की घोषणा करने से पहले खरीदारी करना बंद कर दिया। (शेयर मंथन, 01 फरवरी 2022)
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