सर्राफा में खरीदारी होने की संभावना है। सोने की कीमतों को 47,300 रुपये पर सहारा और 48,000 रुपये पर बाधा रह सकता है।
चांदी की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है और कीमतों को 6,15,500 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 60,600 रुपये पर सहारा रह सकता है। अमेरिकी ब्याज दरों में बढ़ोतरी की बढ़ती उम्मीदों के कारण डॉलर के कई महीनों के उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद विदेशी खरीदारों के लिए बुलियन के कम आकर्षक होने के कारण आज सोने की कीमतों में लगातार चौथे दिन गिरावट हुई है और सितंबर के बाद से उनकी सबसे बड़ी मासिक गिरावट की ओर अग्रसर है। इस महीने अब तक तु में 25 से अधिक की गिरावट आयी है। डॉलर इ पिछले शुक्रवार को 18 महीने के उच्चतम स्तर के करीब पहुँच गया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व में मार्च में इस आधार पर ब्याज दरें बढ़ाने की योजना बनायी है कि अर्थव्यवस्था काफी हद तक ओमाइक्रोन कोरोना वायरस से गिरावट को दूर करेगी और पर बढ़ती रहेगी।
जापान का फैक्ट्री उत्पादन दिसंबर में तीन महीनों में पहली बार घर गया क्योंकि मशीनरी में गिरावट के कारण कार उत्पादन में मामूली वृद्धि के असर को कम कर दिया, जिससे आर्थिक सुधार की संभावना कमजोर हो गयी लूनर नव वर्ष की छुट्टी के दौरान शीर्ष एशियाई केंद्रों में पिछले सप्ताह भौतिक सोने की माँग में बढ़ोतरी देखी गयी जबकि भारत में खरीदारों ने सरकार द्वारा अपने वार्षिक बजट को घोषणा करने से पहले खरीदारी करना बंद कर दिया। वर्ल्ड गोड काउंसिल का अनुमान है कि 2022 में आभूषण, छोटे बार और सिक्कों की माँग अधिक रहेगी, जिससे सर्राफा की गिरावट सीमित हो सकती है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल को यह भी उम्मीद है कि केंद्रीय बैंक सोने की खरीदारी जारी रखेंगे लेकिन धीमी गति से। (शेयर मंथन, 31 जनवरी 2022)
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