कच्चे तेल की कीमतों में तेजी बरकरार रह सकती है। कच्चे तेल की कीमतें 3,870-3,940 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
कच्चे तेल की कीमतों में इस वर्ष के प्रारंभ से ही तेजी की जा रही है और कीमतें 2015 के उच्च स्तर पर कारोबार कर रही हैं। अनुमानों के अनुसार दिसम्बर में ओपेक का तेल उत्पादन 32.41 मिलियन बैरल प्रति दिन के स्तर पर स्थिर रहा है। लेकिन तेल उत्पादन में कटौती का अनुपालन बढ़कर 128% हो गया है जिससे तेल की कीमतों को मदद मिल रही है। अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में पिछले हफ्ते 7.4 मिलियन बैरल की गिरावट हुई है लेकिन गैसोलीन और डिस्टीलेट के भंडार में तेज उछाल दर्ज की गयी है। बाजार का फोकस अभी भी ईरान में हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर है। नेचुरल गैस वायदा की कीमतों के साइडवेज रहने की संभावना है और कीमतें 176-183 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। अमेरिका में अगले हफ्ते सामान्य से कम तापमान रहने के अनुमान के बाद गैस की माँग में बढ़ोतरी होने की उम्मीद से अेमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। (शेयर मंथन, 09 जनवरी 2018)