अधिक माँग के कारण बेस मेटल की कीमतों में तेजी की संभावना है।
तांबे की कीमतों को 435 रुपये के नजदीक सहारा और 448 रुपये के नजदीक बाधा रह सकती है। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार विवाद के गहराने के कारण लंदन और शंघाई में तांबे की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गयी चीन में तांबा आयात पर प्रीमियम बढ़ कर 107.50 डॉलर प्रति टन हो गया है, जो अक्टूबर 2015 के बाद सबसे अधिक है जो अधिक माँग की ओर इशारा करता है।
इस बीच जिंक की कीमतों को 165 रुपये के नजदीक सहारा और 172 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकती है। जिंक की कीमतों में लंदन में 0.8% और शंघाई में 1.3% की बढ़त दर्ज की गयी। निकल की कीमतों को 890 रुपये के नजदीक सहारा और 910 रुपये के स्तर पर रुकावट और लेड की कीमतों को 147 रुपये के नजदीक सहारा और 152 रुपये के करीब बाधा रह सकती है।
एल्युमीनियम की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतों को 144 रुपये के नजदीक सहारा रह सकता है। इसे 148 रुपये के नजदीक बाधा रह सकती है। अमेरिकी ने रूसी कंपनी रूसल पर अप्रैल में लगाये प्रतिबंध में छूट देकर राहत प्रदान की है। (शेयर मंथन, 19 सितंबर 2019)