कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,340 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 3,150 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कोरोना वायरस महामारी से आर्थिक सुधर के बारे में चिंताओं के बीच प्रमुख तेल उत्पादकों द्वारा उत्पादन में कटौती के प्रयासों के कारण आज शुरुआती कारोबार में तेल की कीमतों में तेजी दर्ज की गयी और कीमतें लगातार तीसरे सप्ताह बढ़त की ओर अग्रसर है। संयुक्त राज्य अमेरिका के बेरोजगार दावों की अपेक्षा अधिक होने के बाद दोनों बेंचमार्क की कीमतों में लगभग 1% की गिरावट हुई। इस बीच, पेट्रोलियम निर्यातक देशों और सहयोगियों के संगठन की एक आंतरिक रिपोर्ट से पता चलता है कि समूह ने यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया कि जिन सदस्यों ने अपनी प्रतिबद्धताओं के मुकाबले अधिक उत्पादन किया था, वे अपने उत्पादन में अधिक कटौती करेंगे।
रॉयटर्स के अनुसार ओपेक प्लस ने पाया है कि कुछ सदस्यों को अपने हाल के अधिक उत्पादन की भरपायी करने के लिए प्रति दिन 2.31 मिलियन बैरल की कमी करने की आवश्यकता होगी। ओपेक की आंतरिक रिपोर्ट में माँग को लेकर जोखिम का पता चलता है कि 2020 में तेल की माँग 9.1 मिलियन बैरल प्रति दिन की गिरावट होगी जो इसके पिछले पूर्वानुमान की तुलना में 100,000 बैरल प्रति दिन अधिक है। समूह ने नाइजीरिया और इराक जैसे सदस्यों को मई और जुलाई के बीच अपने कोटा से अधिक उत्पादन करने के बाद अनुपालन को पूरा करने के लिए अधिक कटौती करने दबाव डाला नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी का रुझान है और कीमतों में 174 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 185 रुपये के स्तर तक बढ़ोतरी हो सकती है। (शेयर मंथन, 21 अगस्त 2020)