बेस मेटल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं।
तांबे की कीमतें 525 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 532 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। विश्व स्तर पर कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के बाद आर्थिक रिकवरी को लेकर चिंता से कई देशों द्वारा सार्वजनिक जीवन पर नये प्रतिबंध लगाने की संभावना और डॉलर इंडेक्स के प्रमुख करेंसियों के मुकाबले आठ हफ्ते से अधिक के उच्च स्तर 94 से अधिक होने के कारण आज शंघाई और एलएमई में आज बेस मेटल की कीमतों में नरमी का रुझान है। आईएचएस प्रति मार्कीट रिसर्च से नवीनतम सर्वेक्षण के अनुसार अमेरिकी मैनुफैक्चरिंग पीएमआई सितंबर में 53.5 रहा, जो 20 महीनों में सबसे अधिक है। ग्लेनकोर ने कहा कि डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो की सहायक कंपनी कमोटो कॉपर कंपनी (केसीसी) 2020 तक कैथोड के रूप में 2,70,000 टन तांबे का उत्पादन कर सकती है। अमेरिका-चीन के तनाव का असर आगे चल रही धातुओं पर भी पड़ेगा।
जिंक की कीमतें 192 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 196 रुपये, लेड की कीमतें 144 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 147 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। निकल की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतों को 1,040 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,075 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। चीन के स्टेनलेस स्टील सेक्टर की ओर से बेहतर माँग के कारण कीमतों को मदद मिल सकती है।
एल्युमीनियम की कीमतें 143 रुपये के पास सहारा के साथ 146 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की रीगल मेटल ने इस सप्ताह घोषणा की कि वह शांक्सी प्रांत में 300 हजार मीटिंक टन की नेमप्लेट क्षमता के साथ एल्यूमीनियम-रीसाइक्लिंग प्लांट बनाने की योजना बना रही है। (शेयर मंथन, 25 सितंबर 2020)