कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना हैं और कीमतों को 2,940 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 2,780 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
औद्योगिक समूह के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में गिरावट के अनुमान की तुलना में बढ़ोतरी और माँग में कमी के कारण आज तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गयी। फ्रांस और स्पेन सहित कई देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के साथ-साथ ब्रिटेन में अधिक प्रतिबंधें की संभावना ने ईंधन की माँग को लकर चिंतायें बढ़ गयी है जबकि लीबिया से बाजार में तेल की अधिक आपूर्ति हो सकती है। औद्योगिक समूह के आँकड़ों के अनुसार 18 सितंबर को समाप्त हफ्ते में, संयुक्त राज्य अमेरिका में, जहाँ कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 2,00,000 से अधिक हो गयी है, कच्चे तेल के भंडार 6,91,000 बैरल की वृद्धि हुई है जबकि बाजार को 2.3 मिलियन बैरल की गिरावट का अनुमान था। यूरेशिया ग्रुप ने एक नोट में कहा, इस साल, कोविड-19 संकट के कारण विश्व स्तर पर तेल की माँग 10% से अधिक घटकर लगभग 90 मिलियन बैरल प्रति दिन रह जायेगी। लीबिया में, नेशनल ऑयल कंपनी को उम्मीद है कि तेल उत्पादन अगले सप्ताह तक एक मिलियन बैरल प्रति दिन का एक चौथाई से अधिक हो जायेगा।
नेचुरल गैस की कीमतों में नरमी दर्ज की जा सकती है और कीमतों में 128 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 137 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। (शेयर मंथन, 23 सितंबर 2020)