कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना हैं जहाँ निचले स्तर पर खरीदारी हो सकती है। कीमतों को 5,440 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 5,375 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
एक औद्योगिक समूह की रिपोर्ट के अनुसार पिछले हफ्ते अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में गिरावट के कारण आज कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है लेकिन कुछ देशों में कोविड-19 मामलों में वृद्धि के कारण परिवहन प्रतिबंधे को लेकर व्यापारियों और निवेशकों के बीच चिंतायें बरकरार है। कोविड-19 वैरिएंट डेल्टा के अत्यधिक संक्रामक प्रकोप के कारण दुनिया भर में फिर से आवाजाही पर प्रतिबंधें के कारण ईंधन माँग में धीमी वृद्धि को लेकर चिंता बरकरार है। स्पेन और पुर्तगाल, यूरोपीय लोगों के लिए पसंदीदा ग्रीष्मकालीन अवकाश स्थलों ने सोमवार को बिना टीकाकरण वाले ब्रिटेन के लोगों पर नये प्रतिबंध लगाये, जबकि 80% ऑस्ट्रेलियाई लोगों को देश भर में वायरस के प्रकोप के कारण कड़े प्रतिबंधें का सामना करना पड़ा। अमेरिकी पेट्रोलियम संस्थान के अनुसार अमेरिका में कच्चे तेल के भंडार में 8.2 मिलियन बैरल की गिरावट हुई है फिर भी, गैसोलीन के भंडार में 2.4 मिलियन बैरल की वृद्धि हुई और डिस्टीलेट के भंडार में 4,28,000 बैरल की वृद्धि हुई। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) के महासचिव मोहम्मद बरकिंडो ने कहा है कि 2021 में कच्चे तेल की माँग में 6 मिलियन बैरल प्रति दिन की वृद्धि होने की उम्मीद है। वर्ष की दूसरी छमाही में 5 मिलियन बैरल प्रति दिन की वृद्धि होने की उम्मीद है। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और रूस सहित अन्य सहयोगी, जिन्हें ओपेक प्लस के रूप में जाना जाता है, 1 जुलाई को अपनी आपूर्ति प्रतिबंधें को कम करने पर चर्चा करने के लिए मिलने वाले हैं।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 271 रुपये के स्तर पर सहारा और 277 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। (शेयर मंथन, 30 जून 2021)