कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना हैं जहाँ निचले स्तर पर खरीदारी हो सकती है। कीमतों को 5,530 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 5,460 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
तेल की कीमतें आज सीमित कारोबार कर रही हैं क्योंकि निवेशक प्रमुख उत्पादकों के निर्णय की प्रतीक्षा कर रहे है कि क्या वे उत्पादन स्तर को बनाये रखेंगे या नहीं। जून में डब्ल्यूटीआई कच्चे तेल की कीमतें 10% से अधिक बढ़ गयी है जबकि ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें 8% से अधिक बढ़ गयी जो 2018 के बाद से उच्च स्तर पर पहुँच गया, क्योंकि गर्मियों की यात्रा में तेजी आयी और अधिक लोगों को टीका लगाया गया। लेकिन अत्यधिक संक्रामक कोविड-19 वैरिएंट के प्रसार के बीच एशिया में नये सिरे से लॉकडाउन की बढ़ती संभावना से माँग को लेकर चिंता बढ़ गयी है। ऊर्जा सूचना प्रशासन के आँकड़ों से पता चलता है कि बढ़ती माँग के जवाब में, अमेरिकी कच्चे तेल का भंडार पिछले सप्ताह लगातार छठे सप्ताह में कम हुआ है। गया। कुशिंग, ओक्लाहोमा में कच्चे तेल का भंडार मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। ओपेक प्लस मई और जुलाई के बीच प्रति दिन 2.1 मिलियन बैरल की आपूर्ति में कटौती कर रहा है और आज यह तय करने के लिए बैठक करेगा कि उत्पादन को अपरिवर्तित छोड़ना है या संभवतः 1 मिलियन बैरल प्रति दिन से अधिक या 0.5 मिलियन बैरल प्रति दिन उत्पादन को बढ़ावा देना है। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) के महासचिव मोहम्मद बरकिंडो ने कहा है कि 2021 में कच्चे तेल की मांग में 6 मिलियन बैरल प्रति दिन की वृद्धि होने की उम्मीद है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 270 रुपये के स्तर पर सहारा और 277 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। (शेयर मंथन, 01 जुलाई 2021)