कच्चे तेल की कीमतों में नरमी रह सकती है। कीमतों के 6,120-6,260 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
कच्चे तेल की कीमतों में आज मिला-जुला कारोबार हो रहा है जबकि अमेरिकी तेल भंडार में अनुमान से अधिक बढ़ोतरी होने और ईरान द्वारा पश्चिमी शक्तियों के साथ बातचीत फिर से शुरू करने की ने हरी झंडी दिखाने के बाद तेल की कीमतें कम आठ सप्ताह में पहली साप्ताहिक गिरावट की ओर अग्रसर है। यूरोप और चीन में गैस और कोयले की कीमतों से दो महीने में तेजी के कारण बिजली उत्पादन के लिए तेल और डीजल ईंधन की माँग में बढ़ोतरी होने से कीमतों को मदद मिली है। अमेरिकी ऊर्जा विभाग के अनुसार 22 अक्टूबर को समाप्त में कच्चे तेल की भंडार में 4.3 मिलियन बैरल की वृद्धि हुई है। यह 1.9 मिलियन बैरल की बढ़ोतरी के अनुमान से अधिक था। सभी की निगाहें पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक), रूस और उनके सहयोगियों की 4 नवंबर को होने वाली अगली बैठक पर हैं, जहाँ विश्लेषकों को उम्मीद है कि वे अप्रैल 2022 तक हर महीने 4,00,000 बैरल प्रति दिन आपूर्ति बढ़ाने की अपनी योजना पर टिके रहेंगे। इसबीच चीन बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक से पहले प्रदूषण पर अंकुश लगाने की कोशिश कर रहा है और कोविड-19 के किसी भी प्रकोप को रोकने के लिए आवाजाही को प्रतिबंधित कर रहा है।
नेचुरल गैस की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 420 रुपये के स्तर पर सहारा और 441 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 29 अक्टूबर 2021)