कच्चे तेल की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है। कीमतों के 5,620-5,760 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
तेल की कीमतें कल बढ़त के साथ बंद हुई। ओमिक्रॉन कोरोना वायरस संक्रमण के बावजूद अमेरिकी ईंधन की माँग के बेहतर आँकड़ों के कारण तेल की कीमतों में लगातार कई दिनों से बढ़ोतरी जारी है। यूएस एनर्जी इंफॉर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन के आँकड़ों के अनुसार 24 दिसंबर को समाप्त में अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में 3.6 मिलियन बैरल की गिरावट हुई जो रॉयटर्स के विश्लेषकों के अनुमान से अधिक है जबकि गैसोलीन और डिस्टिलेट का स्टॉक भी कम हो गया। दुनिया भर की सरकारें परीक्षण नियमों में ढील देकर और संक्रमित लोगों को करीबी संपर्कों से अलग-थलग करने की आवश्यकता को कम करके आर्थिक विकास पर नये कोविड-19 संक्रमणों की रिकॉर्ड संख्या के प्रभाव को सीमित करने की कोशिश कर रही है जिससे सेंटीमेंट को मदद मिल रही है। दुनिया के सबसे बड़े तेल आयातक चीन ने गुरुवार को 207 नये पुष्ट कोरोना वायरस मामलों की सूचना दी, लेकिन कोई नई मौत नहीं हुई। ऑस्ट्रेलिया में एक दिन में 19,000 से अधिक संक्रमणों का एक नया रिकॉर्ड बना है। निवेशक 4 जनवरी को ओपेक प्लस की बैठक का इंतजार कर रहे हैं, जिसमें गठबंधन तय करेगा कि फरवरी में प्रति दिन 4,00,000 बैरल उत्पादन बढ़ाने की योजना बनायी जाये या नहीं। अपनी पिछली बैठक में, ओपेक प्लस ओमाइक्रोन के बावजूद जनवरी के लिए उत्पादन को बढ़ावा देने की अपनी योजना पर अड़ा रहा।
नेचुरल गैस में खरीदारी होने की संभावना है और कीमतों को 290 रुपये के स्तर पर सहारा और 305 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 30 दिसंबर 2021)